1. नीचे कुछ महत्वपूर्ण
संस्थानों के नाम और उनके संस्कृत में ध्येय-वाक्य या मोट्टो दिये गये हैं :
2. संस्थान
|
3. ध्येय वाक्य
|
|
6. विद्ययाऽमृतमश्नुते
|
7. विद्या से अमृत की
प्राप्ति होती है।
|
|
9. ब्रह्मचर्येण
तपसा देवा मृत्युमपाघ्नत
|
10. ब्रहमचर्य के तप
से देव लोग मृत्यु को जीत लेते हैं
|
|
12. शरीरमाद्यं खलु
धर्मसाधनम्
|
13. शरीर ही सभी
धर्मों (कर्तव्यों) को पूरा करने का साधन है।
|
|
15. ज्ञान-विज्ञानं
विमुक्तये
|
16. ज्ञान-विज्ञान से
विमुक्ति प्राप्त होती है।
|
|
18. तेजस्विनावधीतमस्तु
|
19. हमारा ज्ञान
तेजवान बने।
|
|
21. ज्ञानं परमं बलम्
|
22. ज्ञान सबसे बड़ा
बल है।
|
|
24. सा विद्या या
विमुक्तये
|
25. विद्या मुक्ति का
द्वार है।
|
|
27. उत्तिष्ठत जाग्रत
प्राप्य वरान् निबोधत
|
28. उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक अपने लक्ष्य तक ना
पहुँच जाओ
|
|
30. संगच्छध्वं
संवदध्वम्
|
31. साथ चलो, साथ बोलो
|
|
33. कर्म ज्यायो हि
अकर्मण:
|
34. कर्म, अकर्म की तुलना में श्रेष्ठ है
|
|
36. धियो यो नः
प्रचोदयात्
|
37. दैवीय विद्वता
हमारे कर्मो को प्रेरित करे
|
|
39. तमसो मा
ज्योतिर्गमय
|
40. हमें अन्धकार से
प्रकाश की ओर ले चलें
|
|
42. आ नो भद्राः
क्रतवो यन्तु विश्वतः
|
43. हमारी तरफ सब ओर
से शुभ विचार आएँ।
|
|
45. योगः कर्मसु
कौशलम्
|
46. परिश्रम, उत्कृष्टता का मार्ग है
|
|
48. ज्ञानं परमं
ध्येयम्
|
49. ज्ञान परम ध्येय
है।
|
|
51. तमसो मा
ज्योतिर्गमय
|
52. हमें अंधकार से
प्रकाश की ओर ले चलें
|
|
54. सिद्धिर्भवति
कर्मजा
|
55. सफलता का
मूलमन्त्र कठिन परिश्रम है
|
|
57. श्रमं विना न
किमपि साध्यम्
|
58. कोई उपलब्धि श्रम
के बिना असम्भव है
|
|
60. विद्या
विनियोगाद्विकासः
|
61. विद्या-विनियोग से
विकास होता है।
|
|
63. तेजस्वि
नावधीतमस्तु
|
64. हमारा ज्ञान
तेजवान बनें।
|
|
66. सुप्रबन्धे
राष्ट्र समृद्धिः
|
67. सुप्रबन्ध से
राष्ट्र समृद्ध होता है।
|
|
69. योगः कर्मसु
कौशलम्
|
||
72. भिन्नेष्वेकस्य
दर्शनम्
|
73. अनेकता में एकता
का दर्शन।
|
|
75. असतो मा सद्गमय
|
76. हमें असत्य से
सत्य की ओर ले चलें
|
|
78. तत् त्वं पूषन्
अपावृणु
|
79. हे ईश्वर, आप उसे अनावृत्त कीजिए (= ज्ञान पर छाए आवरण को
हटाइए)।
|
|
80. जवाहर नवोदय
विद्यालय
|
81. प्रज्ञानम ब्रह्म
|
|
84. विद्ययाऽमृतमश्नुते
|
85. विद्या से अमृत की
प्राप्ति होती है
|
|
87. योगः कर्मसु
कौशलम्
|
||
90. सिद्धिर्भवति
कर्मजा
|
91. सफलता का
मूलमन्त्र कठिन परिश्रम है
|
|
93. धर्मो रक्षति
रक्षितः
|
94. जो धर्म की रक्षा
करते हैं, वे धर्म द्वारा
रक्षित होते हैं
|
|
96. श्रुतं मे गोपय
|
97. (हे भगवान!) मेरे श्रुत (सीखे हुए) की रक्षा करें।
|
|
99. सत्यं वद् धर्मं
चर
|
100.
सत्य बोलें, धर्म के मार्ग पर
चलें
|
|
102.
ज्ञानं सम्यग् वेक्षणम्
|
103.
सम्यक् वेक्षण ही ज्ञान है।
|
|
105.
सत्यमेव विजयते नानृतम्
|
106.
सत्य ही सदैव विजयी होता है, असत्य नहीं।
|
|
107.
कालीकट विश्वविद्यालय
|
108.
निर्माय कर्मणा श्री
|
109.
कर्म के द्वारा श्री (सम्पत्ति) का निर्माण करके
|
112.
बुद्धि सर्वत्र प्रकाशमान होती है।
|
||
113.
दिल्ली विश्वविद्यालय
|
114.
निष्ठा धृतिः सत्यम्
|
115.
निष्ठा धृति और सत्य
|
116.
केरल विश्वविद्यालय
|
117.
कर्मणि व्यज्यते प्रज्ञा
|
118.
प्रज्ञा (ज्ञान), कर्म के द्वारा
अभिव्यक्त होती है।
|
120.
विद्यैव सर्वधनम्
|
121.
विद्या ही सारे प्रकार का धन है।
|
|
123.
सर्वस्य लोचनं शास्त्रम्
|
124.
शास्त्र (ज्ञान) सभी का नेत्र है
|
|
126.
धर्मो विश्वस्य जगतः प्रतिष्ठा
|
127.
धर्म सारे जगत् की प्रतिष्ठा (आधार) है।
|
|
129.
योगः कर्मसु कौशलम्
|
130.
कर्मों में कौशल लाना ही योग है
|
|
132.
युक्तिहीने विचारे तु धर्महानिः प्रजायते
|
133.
युक्तिहीन विचार से धर्म की हानि हो जाती है।
|
|
134.
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
|
135.
असतो मा सद्गमय
|
136.
असत्य से मुझे सत्य की तरफ ले चलो।
|
137.
आर्य वीर दल
|
138.
अस्माकं वीरा उत्तरे भवन्तु
|
|
140.
हिन्दी अकादमी
|
141.
अहम् राष्ट्री संगमनी वसूनाम्
|
|
143.
डाक तार विभाग
|
144.
अहर्निशं सेवामहे
|
145.
(हम) दिनरात सेवा
करते हैं।
|
147.
आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः
|
148.
हमारे लिए सभी ओर से कल्याणकारी विचार आयें।
|
|
149.
सेना एयर डिफेन्स
|
150.
आकाशेय शत्रुन जहि
|
|
153.
उत्तिष्ठ जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत
|
154.
उठो, जागो और श्रेष्ठ
लोगों से सीखो।
|
|
155.
ज.रा.रा.संस्कृत विश्विद्यालय
|
156.
ऋतंच स्वाध्याय-प्रवचने च
|
|
158.
सेना डोगरा रेजिमेन्ट
|
159.
कर्तव्यम अन्वात्मा
|
|
161.
सेना ई एम ई कोर
|
162.
कर्मह हि धर्मह
|
|
164.
आर्य समाज
|
165.
कृण्वन्तो विश्वमार्यम्
|
166.
विश्व को आर्य बनाते हुए
|
167.
नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन
|
168.
गुरुः गुरुतमो धामः
|
169.
गुरु गुरुतम (सबसे श्रेष्ठ) धाम है
|
170.
नेपाल
सरकार
|
171.
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी
|
172.
जननी (माँ) और जन्मभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ हैं।
|
173.
इंडोनेशिया-जलसेना
|
174.
जलेष्वेव जयामहे
|
175.
जल में ही जीतना चाहिए
|
176.
बंगलुरु विश्विद्यालय
|
177.
ज्ञानं विज्ञान सहितम्
|
178.
ज्ञान-विज्ञान सहित
|
179.
राजस्थान अभियांत्रिक विश्वविद्यालय
|
180.
ज्ञानं सम्यगवेक्षणम्
|
|
183.
ज्योतिर्व्रणीततमसो विजानन
|
||
186.
तमसो मा ज्योतिर्गमय
|
187.
अन्धकार से मुझे प्रकाश की तरफ ले चलो।
|
|
188.
पंजाब विश्वविद्यालय
|
189.
तमसो मा ज्योतिर्गमय
|
190.
अन्धकार से मुझे प्रकाश की तरफ ले चलो।
|
191.
हरियाणा बोर्ड
|
192.
तमसो मा ज्योतिर्गमय
|
193.
अन्धकार से मुझे प्रकाश की तरफ ले चलो।
|
194.
लोक सभा
|
195.
धर्मचक्र प्रवर्तनाय
|
196.
धर्मचक्र के प्रवर्तन (आगे ले जाने) के लिए
|
197.
सैनिक स्कूल चित्तौड़
|
198.
न दैन्यं न पलायनम्
|
199.
न दीनता, न पलायन
|
200.
मैसूर विश्वविद्यालय
|
201.
न हि ज्ञानेन सदृशम्
|
202.
ज्ञान के सदृश (कुछ) नहीं
|
203.
वायु सेना
|
204.
नभः स्पृशं दीप्तम्
|
|
206.
असेह राज्य (इंडोनेशिया)
|
207.
पंचचित
|
|
209.
सेना कुमायू रेजिमेन्ट
|
210.
पराक्रमो विजयते
|
211.
पराक्रम ही विजयी होता है।
|
212.
सेना जम्मू काश्मीर रायफल
|
213.
प्रस्थ रणवीरता
|
|
215.
सेना कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री
|
216.
बलिदानं वीर लक्षयं
|
217.
बलिदान ही वीर का लक्ष्य होता है।
|
218.
सैन्य अनुसंधान केंद्र
|
219.
बलस्य मूलं विज्ञानम्
|
220.
विज्ञान ही बल का मूल (आधार) है।
|
221.
उच्चतम न्यायालय
|
222.
यतो धर्मस्ततो जयः
|
223.
जहाँ धर्म है, वहाँ जय (विजय)
है।
|
224.
सेना महार रेजिमेन्ट
|
225.
यश सिद्धि
|
226.
यश की सिद्धि
|
227.
सैन्य विद्यालय
|
228.
युद्धं प्रज्ञाय
|
|
230.
सेना गढवाल रायफल
|
231.
युद्धाय कृत निश्चय
|
232.
युद्ध करने का निश्चय करके
|
234.
योऽनूचानः स नो महान्
|
||
236.
भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी
|
237.
योगः कर्मसु कौशलं
|
238.
कर्मों में कौशल ही योग है।
|
239.
भारतीय जीवन बीमा निगम
|
240.
योगक्षेमं वहाम्यहम्
|
241.
मैं योग-क्षेम का वहन करता हूँ।
|
242.
संत जेवियर स्कूल बोकारो
|
243.
रूपान्तरीकरणीय
|
|
245.
भारतीय तट रक्षक
|
246.
वयम् रक्षामः
|
247.
हम रक्षा करते हैं।
|
248.
सेना शिक्षा कोर
|
249.
विद्यैव बलम्
|
250.
विद्या ही बल है।
|
251.
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय
|
252.
विद्या शक्तिः समस्तानां शक्तिः
|
253.
विद्या की शक्ति सबकी शक्ति है।
|
254.
सेना राजपूताना राजफल
|
255.
वीरभोग्या वसुन्धरा
|
256.
धरती का भोग वीर ही करते हैं।
|
257.
नौसेना
|
258.
शं नो वरुणः
|
|
260.
मुम्बई विश्विद्यालय
|
261.
शीलवृतफला विद्या
|
|
263.
श्रम मंत्रालय
|
264.
श्रम एव जयते
|
265.
श्रम ही विजयी होता है।
|
266.
श्री सत्य सांई विश्वविद्यालय
|
267.
सत्यं वद् धर्मं चर
|
268.
सत्य बोलो, धर्ममार्ग पर चलो
|
269.
दूरदर्शन
|
270.
सत्यं शिवम् सुन्दरम
|
271.
सत्य, कल्याणप्रद और
सुन्दर।
|
272.
भारत सरकार
|
273.
सत्यमेव जयते
|
274.
सत्य की ही जीत होती है।
|
275.
आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय
|
276.
सत्ये सर्वं प्रतिष्ठितम्
|
277.
सत्ये में सबकुछ प्रतिष्ठित है।
|
278.
मुंबई पुलिस
|
279.
सद्रक्षणाय खलनिग्रहणाय
|
280.
सच्चे लोगों की रक्षा के लिए, दुष्ट लोगों पर नियन्त्रण के लिए
|
281.
आल इंडिया रेडियो
|
282.
सर्वजन हिताय सर्वजनसुखाय
|
283.
सबके हित के लिये, सबके सुख के लिये।
|
284.
सेना इंजीनियर रेजिमेन्ट
|
285.
सर्वत्र
|
286.
हर जगह
|
287.
सेना राजपूत बटालियन
|
288.
सर्वत्र विजये
|
289.
हर जगह जीत हो।
|
290.
सेना ग्रेनेडियर रेजिमेन्ट
|
291.
सर्वदा शक्तिशालिं
|
|
294.
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्
|
295.
सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी
दुःख का भागी न बनना पड़े।
|
|
296.
थल सेना
|
297.
सेवा अस्माकं धर्मः
|
298.
सेवा हमारा धर्म है।
|
300.
हव्याभिर्भगः सवितुर्वरेण्यं
|
||
302.
श्रीमद्द्यानन्द वेदार्ष महाविद्यालय गुरुकुल नई
दिल्ली
|
303.
पावका नः सरस्वती
|
304.
सरस्वती हमें पवित्र करने वाली हैं।
|
305.
विश्व हिन्दू परिषद
|
306.
'धर्मो रक्षति
रक्षितः
|
307.
(धर्म की) रक्षा की
जाय तो धर्म (भी) रक्षा करता है
|
Comments
Post a Comment