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MS Excel क्या है? MS PowerPoint क्या है? in Hindi unit-4

MS Excel क्या है? MS Excel in Hindi







MS Excel क्या है?

Hello
दोस्तों, MS Excel के बारे में तो आपने सुना ही होगा जिसे Excel भी कहा जाता है यह एक बहुत ही पोपुलर सॉफ्टवेयर है जो MS office पैकेज में आता है इसका इस्तेमाल spreadsheet बनाने के लिए किया जाता है. MS Excel की मदद से हम बहुत सारे काम कर सकते हैं अगर आपको उनके बारे में जानना है तो इस पोस्ट को आगे तक पड़ते रहिये क्यूंकि इसमें हम इसी बारे में बात करेंगे की MS Excel क्या है? इसको क्यूँ और कैसे इस्तेमाल किया जाता है तो बिना समय गवाए आइये आगे बड़ते हैं.


MS Excel क्या है? MS Excel in Hindi

MS Excel यानी Microsoft Excel Microsoft (माइक्रोसॉफ्ट) कंपनी द्वारा बनाया गया एक सॉफ्टवेयर है. जो MS office यानी माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के साथ आता है. MS Excel spreadsheet (स्प्रेडशीट) बनाने के लिए  उपयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर है.

इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल Spreadsheet, worksheet और टेबल्स बनाने के लिए किया जाता है. इसमें रो और कॉलम पहले से ही दिए रहते है इसमें बहुत से cell होते है जिनमे हम अलग अलग डाटा भरते है. इसके रो और कॉलम हमारी जरूरत के हिसाब से expand होते जाते है.

इस सॉफ्टवेयर की मदद से हम अपना डाटा जैसे मार्कशीट, कर्मचारियों के बेतन की जानकारी या किसी भी चीज़ का हिसाब-किताब एक साफ़ सुथरे ओर्गानिज़ ढंग से बना सकते है.

पहले हमें इतने सारे डाटा को रखने के लिए कई हजारो फाइल्स बनानी पड़ती थी लेकिन MS Excel के आने के बाद काफी मदद मिली है.


MS Excel को कैसे ओपन करें?

MS Excel को आप डेस्कटॉप पर बने आइकॉन पर क्लिक करके ओपन कर सकते है. अगर आपको डेस्कटॉप पर इसका कोई आइकॉन नज़र नहीं आ रहा है तो आप start मेनू ओपन करके उसमे 'excel' सर्च कर सकते है और इसके आइकॉन पर क्लिक करके ओपन कर सकते है.

इस तरह से आप विंडोज 7, 8 और 10 में MS Excel ओपन कर सकते है.








MS Excel
विंडो के कुछ Elements

MS Excel Window


MS Excel के कुछ Elements इस प्रकार है -

Title bar


Title bar MS Excel विंडो का सबसे ऊपर का भाग होता है इस पर फाइल का नाम लिखा होता है साथ में इसके दाई तरह 5 बटन होतें है जिनमे से पहला बटन help के लिए दूसरा बटन इसी विंडो के एक हिस्से जिसे Ribbon कहा जाता है को दिखाने और छिपाने के लिए होता है.


इसके बाद बाले बटन common विंडो बटन होते है यानी ये हर विंडो में होते है जो विंडो को क्लोज करने, मिनीमाइज करने और resize करने के काम आते है.

इसमें बायीं ओर एक और छोटा सा हिस्सा होता है जिसे quick access toolbar कहते है इसमें बहुत सारे बटन होते है जिन्हें हम अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते है.


Menu bar


यह title bar के ठीक निचे होता है इसमें बहुत सारे option होते है जैसे File, Insert, Design आदि जिनके बारे में हम बाद में बिस्तार से पड़ेंगें. इस पोस्ट में हम केवल MS Excel क्या है (in Hindi) पड़ेंगे.


Ribbon


यह MS Excel का वो हिस्सा है जिसपर ओपन किये गए Menu के अंदर के सारे टूल्स दिखाई देते है. यह ठीक menu bar के निचे ही होता है. इसमें File menu को छोड़कर सारे menu के tools दिखाई देते है.

Office button या File button


Office बटन MS office के पुराने version में हुआ करता था लेकिन आजकल इसकी जगह 'File' नाम के बटन ने ले ली है जो की इसकी तरह ही काम करती है. इसमें हमें कुछ basic features जैसे फाइल को सेव करना प्रिंट करना आदि मिल जाते है.








Name box


यह ribbon के निचे बायीं तरफ दिखाई देता है जिसमे करंट cell का नाम दिखाई देता है और हम इसमें किसी भी cell काम नाम डालकर उस cell पर पहुँच सकते है.


Formula bar


यह name बॉक्स के बगल में ही दिखाई देता है. इसमें हम फार्मूला का इस्तेमाल करके डाटा पर ऑपरेशन कर सकते है जिनके बारे में हम आगे की पोस्ट में बात करेंगे.


Text Area
या
sheet


यह MS Excel का main हिस्सा होता है हम अपने document का डाटा इसमें ही लिखते है. हम अपने document को write और एडिट यहीं पर करते है.


Scroll bar


इसकी मदद से document को हम horizontally या vertically scroll कर पाते है.

Status bar और Zoom slider


Status bar में करंट status शो होता है जैसे Ready और इसमें ही दाई ओर एक और फीचर होता है जिसे zoom slider कहते है इसकी मदद से हम sheet को zoom in और zoom out कर सकते है.

MS Excel में एक बेसिक फाइल या document कैसे बनायें?


इससे पहले की हम इसमें कोई फाइल बनाए हमे रो और कॉलम के बारे में जान लेना चाहिए
Row Horizontal cells होती हैं और column verticle cells होती है जिन्हें आप निचे दी गयी इमेज से आसानी से समझ सकते हैं.

MS excel row and column


दोस्तों, MS Excel क्या है (in Hindi) इसके बारे में तो हम जान ही चुके है. आइये अब इसमें एक बेसिक document बनाते है. इसमें हम कोई फार्मूला या और कुछ नहीं लगाएंगे इसमें बस हम एक छोटी से लिस्ट बनाएंगे. जिसमे हम तीन कैंडिडेट विशाल, राज और रोहित के मैथ्स, इंग्लिश और हिंदी के मार्क्स store करेंगे.

इसके लिए आपको सबसे पहले MS Excel को अपने कंप्यूटर में ओपन करना होगा.


ओपन करने के बाद हमें इसमें सबसे पहले लेबल बनाने होंगे क्यूंकि हम अपनी फाइल में तरह-तरह का डाटा रखने वाले है जिसको हमें अलग-अलग नाम यानी लेबल देना होगा.

लेबल document की पहली row में दिए जाते है तो हम row के सबसे पहले cell को सेलेक्ट करेंगे और उसमे लिखेंगे 'no.' जिसके निचे हम कैंडिडेट को सीरियल number देंगे. उसके बाद हम दूसरा cell सेलेक्ट करेंगे जिसमे हम 'Name' लिखेंगे उसके बाद के cells में क्रमशः 'Maths', 'English' और 'Hindi' लिखेंगे.

अब इसके बाद हमें सबसे पहले कॉलम में सारी वैल्यूज देनी है क्यूंकि हमारे पास तीन कैंडिडेट है तो हम 'No.' वाले column के निचे बाले rows में एक से तीन तक number लिखेंगे.

इसके बाद वाले कॉलम में यानी जिसके पहले row में 'Name' लिखा हुआ है के निचे वाले rows में तीनो कैंडिडेट के नाम लिखेंगे. उसके बाद वाले कॉलम के निचे क्रमशः 'Maths', 'English' और 'Hindi' के नंबर लिखते जाएंगे.


इसके बाद आपको अपना document सेव करना है सेव करने के लिए MS excel विंडो के File button या office बटन को दबाएँ. उसके बाद आपको इसमें 'save as' का option मिलेगा जिसको आपको सेलेक्ट करना है सेलेक्ट करने के बाद browse पर क्लिस्क करना है और फिर फोल्डर सेलेक्ट करने के बाद 'save' बटन पर क्लिक करना है.








यह सब करने के बाद आपकी फाइल कुछ ऐसी दिखेगी.

MS excel document

 पूMS PowerPoint क्या है? MS PowerPoint in Hindi











हेल्लो दोस्तों, MS powerpoint क्या है इसके बारे में तो आपने पहले भी कई बार सुना होगा क्यूंकि यह MS office पैकेज में आने वाला एक बहुत ही पोपुलर software है जिसकी मदद से आप Presentations बना सकते हैं.., अगर आप नहीं जानते है की MS powerpoint क्या है और यह कैसे काम करता है तो इस पोस्ट को आगे तक पड़ते रहिये क्यूंकि इसमें हम इसी बारे में जानेंगे.., तो बिना समय गवाए आइये जानते हैं इसके बारे में.







MS PowerPoint क्या है? MS PowerPoint in Hindi

MS PowerPoint यानी Microsoft PowerPoint इसे 'PowerPoint' भी कहा जाता है ये MS Office package का एक सॉफ्टवेयर है जो Microsoft (माइक्रोसॉफ्ट) कंपनी द्वारा बनाया गया है. इसका इस्तेमाल presentation यानी प्रस्तुति बनाने के लिए किया जाता है.


इस सॉफ्टवेयर में आपको पहले से ही बहुत सारे टूल्स और एक से बढकर एक theme दिए जाते है जिनकी मदद से आप काफी अच्छी presentation बना सकते है.

MS PowerPoint presentation
के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला टूल है इसकी बजह से आजकल किसी प्रोडक्ट के बारे या किसी बिषय में किसी को भी जानकारी बहुत आसान हो गया है. इसका उपयोग स्कूल, कॉलेज, दफ्तरों आदि में होता है और बिज़नस के लिए यह बहुत काम का टूल है.

PowerPoint
को सर्वप्रथम एक कंपनी Forethought inc. ने 1987 में बनाया था इसका नाम पहले Presenter हुआ करता था लेकिन बाद में यह नाम बदल कर PowerPoint कर दिया गया और उसके बाद Forethought Inc. कंपनी को Microsoft ने खरीद लिया. अब PowerPoint MS office के साथ ही आता है.



Presentation क्या है?


Presentation
को PPT भी कहा जाता है यह कई सारे पाजो जिन्हें slide कहते है उनको मिलकर बनाई जाती है. इसमें हम अपने हिसाब से जितने चाहे उतने पेज या slide ले सकते है.

MS PowerPoint को कैसे ओपन करें?


MS PowerPoint को आप डेस्कटॉप पर बने आइकॉन पर क्लिक करके ओपन कर सकते है. अगर आपको डेस्कटॉप पर इसका कोई आइकॉन नज़र नहीं आ रहा है तो आप start मेनू ओपन करके उसमे 'PowerPoint' सर्च कर सकते है और इसके आइकॉन पर क्लिक करके ओपन कर सकते है.

इस तरह से आप विंडोज 7, 8 और 10 में MS PowerPoint ओपन कर सकते है.



MS PowerPoint
विंडो के कुछ Elements

MS PowerPoint Window

Title bar


Title bar MS PowerPoint विंडो का सबसे ऊपर का भाग होता है इस पर फाइल का नाम लिखा होता है साथ में इसके दाई तरफ 5 बटन होतें है जिनमे से पहला बटन help के लिए दूसरा बटन इसी विंडो के एक हिस्से जिसे Ribbon कहा जाता है को दिखाने और छिपाने के लिए होता है.

इसके बाद बाले बटन common विंडो बटन होते है यानी ये हर विंडो में होते है जो विंडो को क्लोज करने, मिनीमाइज करने और resize करने के काम आते है.

इसमें बायीं ओर एक और छोटा सा हिस्सा होता है जिसे quick access toolbar कहते है इसमें बहुत सारे बटन होते है जिन्हें हम अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते है.







Menu bar


यह title bar के ठीक निचे होता है इसमें बहुत सारे option होते है जैसे File, Insert, Design आदि जिनके बारे में हम बाद में बिस्तार से पड़ेंगें. इस पोस्ट में हम केवल MS PowerPoint क्या है (in Hindi) पड़ेंगे.



Ribbon



यह MS PowerPoint का वो हिस्सा है जिसपर ओपन किये गए Menu के अंदर के सारे टूल्स दिखाई देते है. यह ठीक menu bar के निचे ही होता है. इसमें File menu को छोड़कर सारे menu के tools दिखाई देते है.

Office button या File button


Office बटन MS office के पुराने version में हुआ करता था लेकिन आजकल इसकी जगह 'File' नाम के बटन ने ले ली है जो की इसकी तरह ही काम करती है. इसमें हमें कुछ basic features जैसे फाइल को सेव करना प्रिंट करना ओपन करना और क्लोज करना आदि मिल जाते है.


Text Area
या slide

यह powerpoint का सबसे ज्यादा important हिस्सा होता है हमारे slide में हमें क्या दिखाना है और क्या लिखना है यह सब काम हम इसके ऊपर ही करते है.


Scroll bar


इसकी मदद से slide को हम horizontally या vertically scroll कर पाते है.

Status bar और Zoom slider

 

Status bar में करंट slide number शो होता है और इसमें ही दाई ओर एक और फीचर होता है जिसे zoom slider कहते है इसकी मदद से हम sheet को zoom in और zoom out कर सकते है.


Thumbnail viewer


यह Text Area या slide के दाई और का हिस्सा होता है इसमें इसमें हमें दुसरे slide के thumbnail दिखाई देते है जिनपर क्लिक करके हम slides को एडिट करने के लिए ओपन कर सकते है.



MS PowerPoint में एक बेसिक Presentation कैसे बनायें?


दोस्तों, MS PowerPoint क्या है (in hindi) इसके बारे में तो हम जान ही चुके है. आइये अब हम इसमें एक बेसिक दो slide वाली presentation बनाकर देखते है.

इसके लिए सबसे पहले आपको PowerPoint को अपने कंप्यूटर पर ओपन करना होगा. ओपन कैसे करना है इसके बारे में आप ऊपर पड़ सकते है.

ओपन करने के बाद आपको अपनी presentation का template पसंद करना है. इसमें बहुत सारे templates दिए रहते है जिनमे से आप कोई भी एक पसंद कर सकते है.

पसंद करने के बाद आपको कलर पसंद करके 'Create' बटन पर क्लिक करना है. अब आपको सबसे पहले अपने presentation का title लिखना है और उसके ठीक निचे subtitle.

यह सबसे करने के बाद अब आपको Thumbnail viewer पर राईट क्लिक करना है और New slide के option पर क्लिक करना है. अब इस slide में आप सबसे पहला अपना title लिखकर उसके बारे में जो लिखना चाहें लिख सकते है.








अब आपको अपने presentation को सेव करना है. सेव करने के लिए सबसे पहले 'File' बटन पर क्लिक करना है और फिर 'save as' पर इसके बाद browse बटन पर क्लिक करके एक फोल्डर सेलेक्ट करना है जिसमे आप अपने presentation को सेव करना चाहते हैं.

folder सेलेक्ट करने के बाद सेव पर क्लिक करना है और आपकी presentation तैयार है.

अपनी presentation का slide show देखने के लिए आपको अपनी presentation खोलकर 'Slide Show' मेनू पर क्लिक करना है और 'Start from begining' को दबाना है आप देख पाएंगे की आपकी presentation full screen पर दिखाई दे रही है. आप अपने कंप्यूटर की लेफ्ट और राइट arrow keys से अपनी presentation control कर सकते है.

MS PowerPoint Presentation
री जानकारी
जैसा की फोटो में आप देख सकते है कि कंट्रोल पैनल में बहुत सारे ऑप्शन है .लेकिन इनमें से जो ज्यादा इस्तेमाल में आते है वो मैं बता देता हु
Device Manager
डिवाइस मैनेजर का इस्तेमाल हमारे कंप्यूटर के Internal हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को आपस में जोड़ने के लिए होता है जैसे कि अगर आप अपने कंप्यूटर में माउस लगाओगे तो वह माउस हार्डवेयर है और आपकी जो विंडो पर उसकी Functionality होगी वह एक सॉफ्टवेयर की मदद से होगी तो इन दोनों को आपस में जोड़ने के लिए डिवाइस मैनेजर काम करता है डिवाइस मैनेजर की मदद से आप देख सकते हैं कि आपके कंप्यूटर से जो भी डिवाइस Connect हुई है वह सही तरह से Connect हुई है और सही तरह से काम कर रही है या नहीं और डिवाइस मैनेजर की मदद से आप उस हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के कनेक्शन को चेक कर सकते हैं.
Devices And Printer
डिवाइस मैनेजर की तरह यह भी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को आपस में जोड़ने के लिए इस्तेमाल होता है डिवाइस मेजर में आप अपने कंप्यूटर के इंटरनल हार्ड वेयर को सॉफ्टवेयर से Connect कर सकते हैं या उसमें देख सकते हैं इसी तरह इसमें आप जो एक्सटर्नल हार्ड वेयर है जैसे कि एक्सटर्नल कीबोर्ड एक्सटर्नल माउस ,Printer, Scanner इत्यादि को आप कनेक्ट करते समय यहां पर देख सकते हैं और उनकी सेटिंग यहां से कर सकते हैं अगर किसी हार्डवेयर में दिक्कत आ रही है तो यहां से आप उसकी सेटिंग कर सकते हैं और उसे सही तरह से Connect कर सकते हैं.
जैसा कि आप ऊपर फोटो में देख सकते हैं एक ऑडियो ब्लूटूथ डिवाइस कनेक्ट है और एक मोबाइल का ब्लूटूथ कनेक्ट है तो अगर आपने पहले कोई डिवाइस कनेक्ट की है तो यहां पर आपको वह दिखाई देगी .
Display
डिस्प्ले की सेटिंग में आप अपने कंप्यूटर की डिस्प्ले का साइज कम या ज्यादा कर सकते हैं उसको रोटेट कर सकते हैं और अगर आप अपने डिस्प्ले को जूम करके देखना चाहो तो आप Magnifying की मदद से अपनी डिस्प्ले को जूम करके भी देख सकते हैं और इससे ज्यादा डिस्प्ले की सेटिंग आपको अपने कंप्यूटर की होम स्क्रीन पर मिलेगी जहां पर आप होम स्क्रीन पर जा कर राइट क्लिक करोगे तो वहां पर आपको अपने कंप्यूटर की डिस्प्ले की सेटिंग का ऑप्शन मिलेगा और उस पर क्लिक करके और आप अपने कंप्यूटर की डिस्प्ले की सेटिंग हो कर सकते हैं.
File Explorer Options
फाइल एक्सप्लोरर की मदद से आप अपने कंप्यूटर के सभी फोल्डर की सेटिंग कर सकते हैं जैसे कि आप फोल्डर को Double Click से Open करना चाहते हैं या Single क्लिक से ओपन करना चाहते हैं या फोल्डर को आप New Window में Open करना चाहते हैं या उसी विंडो में Open करना चाहते हैं और इसी ऑप्शन की मदद से आप अपने कंप्यूटर की फाइल की सेटिंग भी कर सकते हैं जैसे अगर आप किसी फोल्डर को छुपाना चाहते हैं तो इस ऑप्शन की मदद से आप उस फोल्डर को छुपा सकते हैं या वापस दिखा सकते हैं.
इस ऑप्शन से आप अपने कंप्यूटर की Files की भी सेटिंग कर सकते हैं जैसे कि अगर आप किसी भी फाइल की एक्सटेंशन बदलना चाहते हैं जैसे कोई सॉन्ग डॉट MP3 है और आप नहीं चाहते कि कोई उसको सुन सके तो आप उसकी एक्सटेंशन को बदल सकते हैं जिससे कि वह MP3 नहीं रहेगा और उसे कोई प्ले नहीं कर पाएगा ऐसे ही अगर आप कोई भी फाइल चाहते हैं कि उसे कोई ओपन ना कर पाए तो उस फ़ाइल की एक्सटेंशन को आप हटा दीजिए जैसे “Aapkifile.Text ” इसमें से अगर आप .Text हटा देंगे तो ये फाइल Open नहीं होगी .
Fonts
अगर आप अपने कंप्यूटर में फोटो एडिटिंग करते हैं या टैक्स का इस्तेमाल डिजाइनिंग के लिए करते हैं तो आपको फोन की जानकारी होना बहुत ही जरुरी है और इस ऑप्शन में आप अपने कंप्यूटर के सभी पोस्ट को देख सकते हैं अगर आप अपने कंप्यूटर में नए फोन इंस्टॉल करना चाहते हैं जो भी आपको इस ऑप्शन की जरूरत पड़ेगी फोन के इस ऑप्शन में आप अपने कंप्यूटर में कोई भी नया फोन इंस्टाल कर सकते हैं और कोई भी इंस्टॉल हुआ फोटो वापस से डिलीट कर सकते हैं
फोंट इंस्टॉल करने के लिए आपको सिर्फ इंटरनेट से फोंट डाउनलोड करना है अगर फोंट ZIP फाइल में डाउनलोड हुआ है तो पहले इसे एक्सट्रेक्ट कर लीजिए और इसके अंदर .Ttf फाइल है उसके ऊपर आपको डबल क्लिक करना है और आपको एक पॉप उप विंडो दिखेगी जिसमें आपको इंस्टॉल का ऑप्शन मिलेगा उसके ऊपर क्लिक करते ही आपका फोन आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाएगा और आपको यह फोन कंट्रोल पैनल के इस Font फोल्डर में दिखाई देगा और दूसरे तरीके से इंस्टॉल करने के लिए आप डाउनलोड किए हुए Font को सिंपली इस फोल्डर में उठा कर डालेंगे तो भी Font अपने आप इंस्टाल हो जायेगा.
Internet Options
अगर आप अपने कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इस ऑप्शन के बारे में जानकारी होना बहुत ही जरुरी है बहुत से लोगों को इस ऑप्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं होती इसीलिए वह इस आप्शन का इस्तेमाल भी नहीं कर पाते.
http://www.hindigyanbook.com/wp-content/uploads/2016/04/internet-options.png
Internet Options में General TAB के आप्शन Internet Explorer के लिए इस्तेमाल होती है जोकि विंडो का खुद का इंटरनेट ब्राउज़र है अगर आप विंडो का Internet Explorer इस्तेमाल करते हैं तो आप General सेटिंग में इसकी सेटिंग कर सकते हैं जैसे की आप होम पेज में क्या ओपन करना चाहते हैं तो होम पेज में हम Google.Com को सेट करके रखते हैं ताकि जब भी हम होम पेज के ऊपर क्लिक करें तो Google निकल कर आए आप Google की जगह कोई और वेबसाइट सेट कर सकते हैं.
इसके बाद में सिक्योरिटी की टैब में आपको वेबसाइट से संबंधित कुछ और ऑप्शन मिलते हैं जैसे कि अगर आप किसी वेबसाइट को अपने कंप्यूटर पर ब्लॉक करना चाहते हैं जिससे कि वह वेबसाइट आपके कंप्यूटर पर ओपन नहीं होगी इसके लिए आप Restricted Sites के ऑप्शन से उस वेबसाइट को ब्लॉक कर सकते हैं.
Keyboard
कीबोर्ड की सेटिंग में कुछ ज्यादा बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ती इसमें हम सिर्फ जो भी Character लिखते हैं उनकी Repeat की जो स्पीड है उसे हम कम या ज्यादा कर सकते हैं तो कीबोर्ड में हमें कुछ भी बदलाव करने की जरुरत नहीं है
Language
लैंग्वेज की सेटिंग में हम अपने कंप्यूटर में अलग-अलग तरह की लैंग्वेज को ऐड कर सकते हैं या कहें कि हम अपने कंप्यूटर में और भाषाओं को जोड़ सकते हैं अगर आप अपने कंप्यूटर को हिंदी भाषा में देखना चाहते हैं और हिंदी भाषा में लिखना चाहते हैं तो आपको यहां पर Add A Language के ऊपर क्लिक करना है और हिंदी भाषा को सेलेक्ट कर लेना है और आपकी हिंदी भाषा यहां पर आ जाएगी इसी तरह आप कोई भी दूसरी भाषा यहां पर ऐड कर सकते हैं.

Mouse
माउस कंप्यूटर की सबसे महत्वपूर्ण डिवाइस है मां उसके बिना हम शायद कंप्यूटर को चलाने की भी नहीं सोचते माउस के ऑप्शन में आप अपने माउस की काफी ज्यादा चैटिंग कर सकते हैं तो सबसे पहले ही माउस में आपको बटन कॉन्फ़िगरेशन का ऑप्शन मिलता है जिससे कि आप अपने माउस के बटन बदल सकते हैं जैसे कि अगर आप चाहते हैं कि जो काम लेफ्ट क्लिक करता है वह काम राइट क्लिक करें और जो काम आर राइट क्लिक करता है वही काम लेफ्ट क्लिक करें तो यह आप Switch Primary And Secondary Buttons के ऊपर क्लिक करके कर सकते हैं.
इसके बाद में आप अपने माउस की डबल क्लिक स्पीड को कम या ज्यादा कर सकते हैं माउस में सबसे ज्यादा हम डबल क्लिक का इस्तेमाल करते हैं तो डबल क्लिक की स्पीड को कम या ज्यादा करने के लिए आप Double Click Speed के ऑप्शन में इसकी स्पीड स्लो या फास्ट कर सकते हैं यहां पर आपको 1 पॉइंट दिया गया है जिसकी मदद से आप इसकी स्पीड को कंट्रोल कर सकते हैं.
इसके बाद में पॉइंटर की टैब में आप अपने माउस के पॉइंटर को बदल सकते हैं उसके डिजाइन को बदल सकते हैं लेकिन इसकी हमें ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती.
और इसके बाद में है Pointer के कुछ ऑप्शन जहां से आप पॉइंटर की सेटिंग कर सकते हैं माउस के पॉइंटर को हम जहां भी घूम आते हैं डिस्प्ले पर उसकी स्पीड को भी हम कम या ज्यादा कर सकते हैं यहां पर Motion के ऑप्शन में इसकी स्पीड Slow या Fast कर सकते हैं तो जितनी आपको फास्ट या स्लो करनी है वह आप पॉइंटर की मदद से सेट कर सकते हैं और सेट करने के बाद मैं आपको इसे अप्लाई करना पड़ता है तभी यह स्पीड काम करेगी




Network And Sharing Center
अगर आप अपने कंप्यूटर पर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको Network & Sharing Center ऑप्शन के बारे में पता होना बहुत ही जरुरी है जब आपका कंप्यूटर इंटरनेट से कनेक्ट होता है तब आप Network & Sharing Center में उस कनेक्शन को देख सकते हैं और उसकी सारी प्रॉपर्टी और उसकी सेटिंग भी यहां पर कर सकते हैं और यही पर हम और नेटवर्क क्रिएट कर सकते हैं या ब्रॉडबैंड के लिए भी हम यहां से डायलॉग ऑप्शन बना सकते हैं और अगर आपका कंप्यूटर इंटरनेट से कनेक्ट नहीं हो रहा है कोई भी दिक्कत आ रही है तो आप यहां से प्रबल सूट भी कर सकते हैं.
http://www.hindigyanbook.com/wp-content/uploads/2016/04/Network.png
आपका कंप्यूटर इंटरनेट से कनेक्ट हो तब आपको यहां पर जो कनेक्शन दिखाई देगा उसके ऊपर क्लिक करने से आपको उसकी सारी Detail दिखाई देगी उसकी सारी स्पीड की जानकारी मिलेगी कितनी स्पीड से डाटा अपलोड हो रहा है और कितनी स्पीड से डाउनलोड हो रहा है और उसी के साथ आपको उसके अंदर उसकी सेटिंग मिलेगी जहां से आप उसकी सेटिंग को एडिट कर सकते हैं या उसे बदल सकते हैं इसीलिए आपको Network & Sharing Center जानकारी होना बहुत ही जरुरी है
Personalization
अगर आप अपने कंप्यूटर की थीम वॉलपेपर बदलना चाहते हैं तो आप पर्सनल-आई-जेसन (Personalization)ऑप्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं यहां पर आप अपने कंप्यूटर के डिजाईन को बदल सकते हैं या यहां पर आप न्यू थीम अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल कर सकते हैं जिससे की आपके कंप्यूटर का लुक एकदम बदल जाएगा और यहीं से आप अपने कंप्यूटर के जो कलर होते हैं वह भी बदल सकते हैं और यहीं से आप अपने कंप्यूटर के जो साउंड इफेक्ट होते हैं जैसे हम कही पर क्लिक करते हैं तब जो साउंड आती है या कोई Error आता है तब जो साउंड आती है वह सारी की सारी साउंड आप यहां से कंट्रोल कर सकते हैं
http://www.hindigyanbook.com/wp-content/uploads/2016/04/Personalization.png
लेकिन इस ऑप्शन को ओपन करने के लिए आप को कंट्रोल पैनल में आने की जरूरत नहीं है आप अपने कंप्यूटर की होम स्क्रीन पर राइट क्लिक करके और Personalization ऑप्शन पर क्लिक करके सीधे इसकी सेटिंग में आ सकते हैं और वहीं से आप अपने कंप्यूटर की जो भी थीम या वॉलपेपर बदल सकते हैं
Programs And Features
आपके कंप्यूटर में जितने भी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल होंगे वह सभी प्रोग्राम एंड टीचर की ऑप्शन में दिखाई देंगे.यहां से आप उन सॉफ्टवेयर का साइज और वर्जन बड़ी ही आसानी से पता कर सकते हैं और इसी के साथ आप उन सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर से डिलीट कर सकते हैं जो सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर में बेवजह हो जिनका आप कोई इस्तेमाल नहीं कर सकते तो उन्हें आप अपने कंप्यूटर से हटा दीजिए ताकि आपका कंप्यूटर ज्यादा अच्छे से काम करें
http://www.hindigyanbook.com/wp-content/uploads/2016/04/Program.png
Sound
हमारे कंप्यूटर की जितनी भी ऑडियो की सेटिंग होती है वह इस साउंड के ऑप्शन से होती है चाहे ऑडियो हमें सुननी हो या माइक की मदद से ऑडियो कंप्यूटर में रिकॉर्ड करनी हो तो जो भी सेटिंग होती है वह सारी साउंड के ऑप्शन में होती है तो अगर आपके हेडफोन या स्पीकर में ऑडियो ड्राइवर के कारण आवाज नहीं आ रही तो आप इस साउंड के ऑप्शन में आ कर उसे ठीक कर सकते हैं.
यहां से आप अपने स्पीकर की आवाज को कंट्रोल कर सकते हैं इसी के साथ अगर आप चाहते हैं कि आपके कंप्यूटर की Master Volume Full ही रहे और जो सॉफ्टवेयर ऑडियो आउटपुट दे रहा है उस सॉफ्टवेयर की आवाज कम रहे तो वह भी आप यहां से सेट कर सकते हैं और अगर आप जब रिकॉर्डिंग कर रहे हो तब माइक की आवाज कम रखनी है तो आप यहां से अपने माइक की आवाज को भी कम या ज्यादा कर सकते हैं.
System
सिस्टम के ऑप्शन से आप अपने कंप्यूटर की कॉन्फ़िगरेशन पता कर सकते हैं कि आपके कंप्यूटर में कौन सी विंडो इनस्टॉल है और आपके कंप्यूटर में कितनी जीबी रैम है और इसका कौन सा प्रोसेसर है और उस प्रोसेसर की कितनी स्पीड है तो यह सब जानकारी आपको इस सिस्टम ऑप्शन में मिलती है तो अगर आपसे कोई यह पूछे कि आपके कंप्यूटर की क्वालिफिकेशन क्या है तो आप यह सिस्टम ऑप्शन ओपन करके दिखा सकते हैं
Troubleshooting
ट्रबल शूटिंग विंडो का एक ऐसा Tool है जिसकी मदद से हम विंडो में आने वाले Error और दिक्कत को सही कर सकते हैं जैसे कि अगर आप का कोई सॉफ्टवेयर पुराने वर्जन का है जो कि विंडो के पुराने वर्जन पर काम करता था लेकिन अब आपने नई विंडो इंस्टॉल की है उसके ऊपर वह सॉफ्टवेयर काम नहीं करता तो आप ट्रबल शूटिंग की मदद से वह सॉफ्टवेयर आपकी नई विंडो पर चला सकते हैं.

और इसी तरह अगर आपने अपने कंप्यूटर में कोई नया हार्डवेयर डिवाइस कनेक्ट किया है और वह सही तरह से कनेक्ट नहीं हो रहा है या सही तरह से काम नहीं कर रहा है तो आप ट्रबल शूटिंग की मदद से उसे सही तरह से कनेक्ट कर सकते हैं और उसे सही तरह से काम करवा सकते हैं.


Comments

  1. Nice information sir
    Sir aapne knowledge full post likhi aapki es post se kafi kuchh sikhane ko mila

    ReplyDelete

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