Skip to main content

what is commmucation unit-1

Communication Kya Hai

Communication या संचार का अर्थ किसी जानकारी या सूचनाओं का आदान-प्रदान करना होता है। किसी माध्यम से हम अपनी जानकारी को दूसरों तक पहुँचाते है तो इसे संचार कहा जाता है।
आजकल किसी भी सूचना का आदान-प्रदान करना बहुत ही सरल हो गया है। पहले सूचनाओं को एक जगह से दूसरी जगह तक भेजने में बहुत समय लगता था। लेकिन वर्तमान में सूचनाओं के इतने साधन उपलब्ध हो गए है की यह बहुत ही सरल हो गया है।  
आज लोग घर बैठे ही एक देश से दूसरे देश तक अपनी सूचनाओं को बड़ी ही आसानी से पहुंचा सकते है। और समय भी कम लगता है। बातचीत के माध्यम से ही मनुष्य एक दूसरे से आपस में जुड़ा रहता है। हमारी भाषा ही संचार का पहला माध्यम होती है। इसी के माध्यम से ही मनुष्य अपने विचारों, भावों को एक-दूसरे से बाँटता है।
मनुष्यों के अलावा पशु-पक्षियों के बीच भी संचार होता है। तथा इसके लिए माध्यम का होना ज़रुरी है। चिड़िया का चहचहाना, शेर का दहाड़ना, यह भी संचार ही है।

Definition Of Communication In Hindi

संचार शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के Communication शब्द से हुई है। जो लैटिन भाषा के Communist से बना है। संचार का सबसे अच्छा माध्यम हमारी आवाज़ और भाषा है।
सूचना प्रोद्योगिकी ने Communication को और सरल बना दिया है। इसमें सबसे ज्यादा Internet प्रयोग में आता है। Internet के द्वारा हम कभी भी किसी भी समय और कम समय में सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकते है।

Types Of Communication In Hindi

संचार के 4 प्रकार होते है तो आइये जानते है संचार के प्रकार क्या होते है:
  • Intrapersonal Communication

Intrapersonal Communication
इसमें व्यक्ति खुद से Communication करता है। तथा इसमें व्यक्ति अकेला होता है। इसका मतलब यह होता है की मनुष्य मन में सोच-विचार करता है, योजना बनाता है यदि कोई व्यक्ति सपना देखता है या कुछ सोचता है तो वह Intrapersonal Communication के अंतर्गत आता है।
  • Interpersonal Communication

Interpersonal Communication
संचार के इस प्रकार में 2 लोग शामिल होते है।  जब 2 व्यक्ति आपस में एक-दूसरे से बात करते है तो इसे Interpersonal Communication कहा जाता है। यह Communication आमने-सामने होता है। यह कहीं पर भी शब्द, चित्र, संकेत के रूप में हो सकता है। इसमें दो लोगों के मध्य सीधा संपर्क होता है।  
  • Group Communication

Group Communication
इसमें Communication Group में किया जाता है। जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है जिसे समूह संचार कहा जाता है। प्रत्येक व्यक्ति किसी ना किसी समूह का सदस्य होता है। जब समूह के कुछ लोग 2 से ज्यादा व्यक्ति किसी विषय पर कुछ बातचीत करते है तो उसे Group Communication कहा जाता है।  
  • Mass Communication

Mass Communication
इसका मतलब जन-संचार से होता है। यह समूह संचार का एक बड़ा रूप होता है। इसका अर्थ जनता तक संचार माध्यमों की सहायता से किसी सूचना को पहुँचाना होता है। जन-संचार का अर्थ किसी बड़े जन समूह के साथ संचार करने से होता है।

Communication Process In Hindi

हम रोज अपने जीवन में संचार की प्रक्रिया का उपयोग करते है। इसकी प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:
Communication Process
  • Sender/Source(स्रोत)

किसी सूचना को दूसरों तक पहुँचाने वाला Sender कहलाता है। संचार करते समय व्यक्ति अपने विचारों का आदान-प्रदान करता है। तथा जिसके द्वारा कुछ बोला जाता है, या सूचना को भेजा जाता है उसे Sender कहा जाता है।
  • Message(संदेश)

Sender किसी व्यक्ति को संदेश भेजता है। इसमें वह अपने मन में आये हुए विचारों को भेजता है। यह किसी चित्र या संकेत के रूप में हो सकते है।  
  • Encoding(संकेतन)

जब हम दी गई सूचना को समझने के लिए संकेतों का प्रयोग करते है। Encoding करना कहलाता है।
  • Medium(माध्यम)

संदेश भेजने के लिए जिन साधनों का प्रयोग किया जाता है वह माध्यम कहलाता है। जिससे हम अपने संदेश दुसरो तक पहुँचाते है। माध्यम भी कई प्रकार के होते है।
  • Decoding(कूट संकेतन)

यह वह प्रक्रिया होती है जिसमें प्राप्त कर्ता Sender से कूट संकेतों को ग्रहण करता है।
  • Receiver(प्राप्त कर्ता)

Receiver वह होता है जो संदेश को प्राप्त करता है। तथा जिसके लिए संदेश को भेजा जाता है। वह इस संदेश को प्राप्त करके सामने वाले की बात को समझता है।
  • Feedback(प्रति पुष्टि)

यह एक प्रकार की सूचना होती है। जो प्राप्त कर्ता के द्वारा Sender को दी जाती है। इसके आधार पर ही Sender यह समझ पाता है की उसके द्वारा दी गई सूचना में कोई बदलाव की जरूरत है या नहीं।

Comments

Popular posts from this blog

International Organisations and their Headquarters

International  Organisations and their  Headquarters Organisation Headquarters Formation Day/Year United Nations Organisation New York, USA 24.10.1945 United Nations Childrens' Fund (UNICEF) New York, USA 11.12.1945 United Nations Population Fund (UNFPA) New York, USA 1969 UN Women New York, USA 2010 United Nations Educational Scientific and Cultural Organisation (UNESCO) Paris, France 16.11.1945 Organisation for Economic Cooperation and Development (OECD) Paris, France 30.09.1961 United Nations Industrial Development Organization (UNIDO) Vienna, Austria 1966 International Atomic Energy Agency Vienna, Austria 29.07.1957 Organisation of Petroleum Exporting Countries (OPEC) Vienna, Austria Sep 1960 International Monetary Fund (IMF) Washington DC, USA 27.12.1945 World Bank Washington DC, USA July 1944 Amnesty International London July 1961 International Maritime Organisation London 1954 Consumers International London 1960 Commonwealth of Nations L...

MS Excel क्या है? MS PowerPoint क्या है? in Hindi unit-4

MS Excel क्या है ? MS Excel in Hindi MS Excel क्या है ? Hello दोस्तों , MS Excel के बारे में तो आपने सुना ही होगा जिसे Excel भी कहा जाता है यह एक बहुत ही पोपुलर सॉफ्टवेयर है जो MS office पैकेज में आता है इसका इस्तेमाल spreadsheet बनाने के लिए किया जाता है. MS Excel की मदद से हम बहुत सारे काम कर सकते हैं अगर आपको उनके बारे में जानना है तो इस पोस्ट को आगे तक पड़ते रहिये क्यूंकि इसमें हम इसी बारे में बात करेंगे की  MS Excel क्या है ? इसको क्यूँ और कैसे इस्तेमाल किया जाता   है तो बिना समय गवाए आइये आगे बड़ते हैं. MS Excel क्या है ? MS Excel in Hindi MS Excel यानी Microsoft Excel Microsoft ( माइक्रोसॉफ्ट) कंपनी द्वारा बनाया गया एक सॉफ्टवेयर है. जो   MS office   यानी माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के साथ आता है. MS Excel  spreadsheet ( स्प्रेडशीट)   बनाने के लिए   उपयोग किया जाने वाला   सॉफ्टवेयर   है. इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल Spreadsheet, worksheet और टेबल्स   बनाने के लिए किया जाता है. इसमें र...

सफलता का मंत्र क्या है ? कैसे होते है सफल What is the mantra of success? how to become successfull

सफलता का मंत्र क्या है ? कैसे होते है सफल What is the mantra of success? how to become successfull  सफलता के ऊपर आपने बहोत किस्से,कहानी,वीडियो देखी है  पता है हम क्या करते है, उनको पढ़ कर सुनकर कुछ वक्त के लिए तो दृढ़ महसूस करते है पर कुछ समय और कुछ दिन बाद फिर वैसा ही महसूस करने लगते है  क्यों ? में बताता हूं सफलता किसी, सफलता वाली किताब को पढ़ कर नही मिलती, किसी सफलता वाली वीडियो देख कर नही मिलती सफलता मिलती है आपके दूर दृष्टि से आप के आज से आपके कुशल होने से,  क्योंकि आप कितना भी पढ़ ले, बोल ले, सुन ले ,या देख ले , पर जब तक आपके पास कोई कौशल नही है तब तक आप सफलता नही पा सकते  कौशल कैसे हो ? देखो हम अपने अंदर की खूबी पहचाने बिना ही , ये जाने बिना ही के हम कोंन सा काम सबसे अच्छा कर सकते है, उसको छोड़ कर हम उन काम मे लगे रहते है जिसमे ना हम मन लगा पाते है ना ध्यान,  क्योंकि ये जो कुछ लोग आपको, ये बॉलते है के आप ऐसे करो वैसे करो , ऐसा होगा, सब फ़र्ज़ी बाते है आप उसके हिसाब से नही अपने हिसाब से अपनी अंदर के हुनर को देख कर उसपर ध्यान दो, आप कामयाब इंसान हो जाओगे, क्य...